फसलों की अच्छी पैदावार व पशुधन की रक्षा के लिए अश्विन माह की संक्रांति को जातर मेले का होता है आयोजन जम्मू-कश्मीर व चम्बा की सीमा पर गढ़ नामक स्थान...
गढ़ माता मंदिर में 25 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने हाजिरी लगाई
फसलों की अच्छी पैदावार व पशुधन की रक्षा के लिए अश्विन माह की संक्रांति को जातर मेले का होता है आयोजन
जम्मू-कश्मीर व चम्बा की सीमा पर गढ़ नामक स्थान पर स्थित चामुंडा माता मंदिर में जातर मेले का आयोजन हुआ। इसमें जिला चम्बा के तेलका, सलूणी, किहार, भलेई व जम्मू-कश्मीर की बणी तहसील के 25 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने माता के दरबार में हाजिरी लगाकर उसका आशीर्वाद लिया। फसलों की अच्छी पैदावार, पशुधन की रक्षा व हर प्रकार की बलाओं को दूर रखने वाली चामुंडा (गढ़) माता के परिसर में अश्विन माह की संक्रांति को जातर मेले का आयोजन किया जाता है। श्रद्धालु अपनी मुरादें लेकर आते हैं और मन्नतें पूरी होने पर माता का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए तेलका क्षेत्र की ओर से खरेड़, च्यूगली, चोंडी घोड़ी व गढ़ मंदिर परिसर में फल, मिठाई व अन्न के लंगर
जातर मेले के शुभारंभ पर मेला कमेटी के प्रधान सुरेंद्र राणा मुख्य रूप से उपस्थित हुए। जातर मेले के समापन पर गढ़ माता मंदिर कमेटी के अध्यक्ष डीएस पठानिया मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। उन्होंने कहा कि गढ़ जातर मेले पर हिमाचल व जम्मू-कश्मीर के हजारों लोगों की श्रद्धा जुड़ी है और इसे काफी धूमधाम से मनाया जाता है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए तेलका क्षेत्र की ओर से खरेड़, च्यूगली, चोंडी घोड़ी व गढ़ मंदिर परिसर में फल, मिठाई व अन्न के लंगर भी लगाए गए थे जबकि जेएंडके की ओर से भी लंगर की व्यवस्था थी। बॉर्डर एरिया होने के कारण पुलिस थाना किहार की टीम व जेएंडके की पुलिस की टीम तैनात रही। इस मौके पर जातर मेला कमेटी सचिव दर्शन शर्मा, उपप्रधान देविंद्र सिंह, महासचिव प्रकाश शर्मा, मंच संचालक कमलेश कपूर पदाधिकारी रणवीर सिंह, पृथी सिंह व नरेण सिंह आदि उपस्थित हुए।