तीसा (चंबा)। सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद रखने वाली नकरोड़ पुलिस चौकी 32 साल से टीन के शेड में चल रही है। हैरानी की बात है कि दिन-रात ड्यूटी करने वाल...
32 साल से टीन के शेड में चल रही नकरोड़ पुलिस चौकी
तीसा (चंबा)। सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद रखने वाली नकरोड़ पुलिस चौकी 32 साल से टीन के शेड में चल रही है। हैरानी की बात है कि दिन-रात ड्यूटी करने वाले पुलिस कर्मचारियों की आज तक सुध लेना न किसी नेता और न ही प्रशासन ने गवारा नहीं समझा।
नकरोड़ पुलिस के पास टीन के शेड में चार कमरे हैं। इनमें एक कमरे में कार्यालय, एक में रसोईघर और दो कमरों में ठहरने की व्यवस्था है। टीन से बने चारों कमरों की हालत काफी खस्ता हो चुकी है। यहां तक कि खिड़की और दरवाजे भी टूट गए हैं। आलम यह है कि बारिश के दिनों में अकसर छत से पानी टपकता है। चौकी के नीचे से भूस्खलन जारी है। इस वजह से कमरों में दरारें पड़ चुकी हैं। पुलिस चौकी के तहत जसौरगड़, दियोला, कल्हेल, चरोड़ी, करेरी, भावला, चोली, सपरोट, कोहाल, देहरा, देहरोग, टिकरीगड़, लेंसुवी, बघेइंगड़, चरड़ा, भराड़ा, गडफरी, थल्ली, (शंतेवा चिल्ली) आदि पंचायतें आती हैं।
एनएचपीसी ने मजदूरों के लिए करवाया था निर्माण
1970 के दशक में चुराह उपमंडल के अंतर्गत नकरोड़ परिक्षेत्र में एनएचपीसी ने टीन के शेड का निर्माण करवाया था। कंपनी प्रबंधन ने मजदूरों और इंजीनियरों के लिए यह शेड बनवाया था। कार्य पूरा होने के बाद श्रमिक वहां से चले गए। उसके बाद टीन के शेड में नकरोड़ पुलिस चौकी खोली गई, लेकिन जमीन को लेकर स्थानीय निवासी और एनएचपीसी प्रबंधन के बीच विवाद न्यायालय में चलता रहा। बाद में जमीन मालिक ने केस जीत लिया। ऐसे में अब पुलिस महकमा इन कमरों का 49 हजार रुपये प्रति वर्ष किराया दे रहा है।
वर्तमान में चौकी में 24 कर्मचारी दे रहे सेवाएं
पुलिस चौकी में वर्तमान समय में 24 कर्मचारी अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इनमें 14 पुलिस कर्मचारी, दो गृहरक्षक जवान आठ एसपीओ शामिल हैं। पुलिस कर्मियों को एक बोलेरो कैंपर गाड़ी गश्त के लिए दी गई है।
चुराह के विधायक हंसराज ने बताया कि पुलिस चौकी भवन के निर्माण के लिए कफाड़ी में जगह देखी गई है। भवन निर्माण के लिए पैसा भी पूर्व सरकार के कार्यकाल में स्वीकृत हो चुका है। कहा कि जल्द इस बारे में सरकार से बात की जाएगी।
पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव ने बताया कि नकरोड़ पुलिस चौकी के लिए देखी गई जमीन पर भवन बनाने संबंधी कागजी कार्यवाही को अमलीजामा पहनाया जा रहा है। भवन की ड्राइंग अप्रूवल के लिए भेजी गई है। अप्रूवल आने पर विभागीय आदेशानुसार आगामी कार्य शुरू करवा दिया जाएगा।