पंडित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में स्टाफ नर्सों का टोटा मरीजों के इलाज पर भारी पड़ रहा है मेडिकल कॉलेज में कहने के लिए स्टाफ नर्सों के 138 पद स...
मेडिकल कॉलेज चम्बा में स्टाफ नर्साें की चल रही कमी
पंडित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में स्टाफ नर्सों का टोटा मरीजों के इलाज पर भारी पड़ रहा है
मेडिकल कॉलेज में कहने के लिए स्टाफ नर्सों के 138 पद स्वीकृत हैं, लेकिन मौजूदा समय में 79 स्टाफ नर्सें ही सेवाएं दे रही हैं। 59 स्टाफ नर्सों का चंबा से दूसरे जिलों में तबादला हो चुका है। यह तबादले पूर्व और वर्तमान सरकार के समय में हुए हैं। स्टाफ नर्सों की कमी दूर करने के लिए सरकार ने उचित कदम नहीं उठाए हैं। इस वजह से एक स्टाफ नर्स को क्षमता से अधिक मरीजों की देखभाल करनी पड़ रही है। मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों की कमी शुरू से ही चल रही है। अब स्टाफ नर्सों की कमी भी मरीजों पर भारी पड़ने लगी है।
डॉक्टर पंकज गुप्ता ने बताया कि स्टाफ नर्सों की चल रही कमी के बारे में सरकार को अवगत करवा दिया गया
मेडिकल कॉलेज के विभिन्न वार्डों में 200 मरीज भर्ती रहते हैं। इनकी देखभाल का जिम्मा स्टाफ नर्सों पर होता है। डॉक्टर सुबह-शाम राउंड कर मरीजों के स्वास्थ्य की जांच कर चले जाते हैं। स्टाफ नर्सें वार्ड में 24 घंटे मौजूद रहती हैं। मेडिकल कॉलेज के प्रवक्ता डॉक्टर पंकज गुप्ता ने बताया कि स्टाफ नर्सों की चल रही कमी के बारे में सरकार को अवगत करवा दिया गया है। सरकार जल्द चंबा में स्टाफ नर्सों की नियुक्ति कर सकती है।