बारिश के लिए देवताओं की शरण में पहुंचे सलूणी के लोग

सलूणी के मंदिरों में हो रहा एक हफ्ते से पूजा-पाठ सहित भजन-कीर्तन  उपमंडल में मौसम की बेरुखी के चलते लंबे समय से बारिश न होने से परेशान लोग अब...

बारिश के लिए देवताओं की शरण में पहुंचे सलूणी के लोग

बारिश के लिए देवताओं की शरण में पहुंचे सलूणी के लोग

सलूणी के मंदिरों में हो रहा एक हफ्ते से पूजा-पाठ सहित भजन-कीर्तन 

उपमंडल में मौसम की बेरुखी के चलते लंबे समय से बारिश न होने से परेशान लोग अब देवताओं की शरण में पंहुच गए हैं। बारिश हेतु मंदिरों में पूजा-पाठ व हवन का दौर जारी है। उपमंडल के कई मंदिरों में लोग बीते एक सप्ताह से पूजा-पाठ सहित भजन कीर्तन कर अपने अपने आराध्य देवताओं को खुश करने में लगे हुए हैं। लोगों का कहना है कि जब तक अच्छी बारिश नहीं होती तब तक मंदिरों में पूजा-पाठ के कार्य में जुटे रहेंगे। बारिश होने के बाद ही मंदिरों से घर जाएंगे। उल्लेखनीय है कि इस बार बारिश न होने से जहां पहाड़ी क्षेत्र में भी लोगों को प्रचंड गर्मी झेलनी पड़ रही है वहीं किसान-बागबानों को फसलों को होने वाले नुकसान के चलते अपने परिवार व आर्थिकी की चिंता सता रही है।

किसानों की मक्की, फ्रासबीन व आलू, सहित अन्य नकदी फसलें सूखने की कगार पर

बारिश न होने के चलते किसानों की फसलें बर्बाद होने की स्थिति में हैं। इससे किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई हैं। किसानों की मक्की, फ्रासबीन व आलू, सहित अन्य नकदी फसलें सूखने की कगार पर हैं। क्षेत्र के निचले इलाकों के लोग बारिश न होने के चलते मक्की की बिजाई नहीं कर पाए हैं। बीते कुछ दिनों से आसमान में बादल जरूर आ रहे हैं किन्तु अच्छी बारिश नहीं हुई है। बिन बारिश जमीन में नमी बिल्कुल खत्म हो चुकी है। क्षेत्र में सिंचाई के साधनों के अभाव में किसान मौसम पर निर्भर रहते हैं। मगर इस बार मौसम का साथ किसानों को समय पर नहीं मिल पाया है। पूजा-पाठ से लोग देवताओं को मनाने में जुट गए हैं।