संतोषगढ़ में चिल्लर से भरीं 82 बोरियाें से लदा पिकअप ट्राला पकड़ा

पंजाब नंबर के पिकअप ट्राले में ये सिक्कों से भरीं बोरियां कहां से लाई और इन्हे कहां लिया जा रहा था जिसकी जाँच शुरू  चुनाव आयोग द्वारा गठित फ्ल...

संतोषगढ़ में चिल्लर से भरीं 82 बोरियाें से लदा पिकअप ट्राला पकड़ा

संतोषगढ़ में चिल्लर से भरीं 82 बोरियाें से लदा पिकअप ट्राला पकड़ा

पंजाब नंबर के पिकअप ट्राले में ये सिक्कों से भरीं बोरियां कहां से लाई और इन्हे कहां लिया जा रहा था जिसकी जाँच शुरू 

चुनाव आयोग द्वारा गठित फ्लाइंग स्क्वायड ने जिला ऊना के कस्बा संतोषगढ़ से एक पिकअप ट्राले से चिल्लर (सिक्कों) की 82 बोरियों को जब्त किया है। इस ट्राले को बोरियों सहित DC ऑफिस लाया गया, जहां पर SDM विश्वमोहन चौहान की देखरेख में खोला गया और उन्हें सीलबंद किया गया। बोरियों को जिला कोषागार में जमा कर जांच शुरू कर दी है कि आखिर पंजाब नंबर के पिकअप ट्राले में ये सिक्कों से भरीं बोरियां कहां से लाई जा रही थीं और इन्हें कहां ले जाया जा रहा था। जब फ्लाइंग स्क्वायड ने जांच के लिए इस ट्राले को रोका और तिरपाल के नीचे बोरियां देखीं तो चालक और उसके साथ बैठे व्यक्ति से पूछताछ की। इस दौरान वे कोई भी संतोषजनक उत्तर नहीं दे पाए। जब बोरियों की जांच की गई गए तो उनमें लाखों रुपए के सिक्कों की मौजूदगी पाई गई। उसके बाद ऊना लाने पर बारी-बारी से इन बोरियों को चुनाव आयोग की टीम ने कैमरा रिकाॅर्डिंग के समक्ष खोला और बाद में इन्हें सीज किया गया। 

SDM ऊना विश्व माेहन चौहान ने कहा कि खुफिया सूचना के आधार पर फ्लाइंग स्क्वायड ने इस गाड़ी को जांच के लिए रोका

82 बोरियों को ट्राले से उतारने और उन्हें जिला कोषागार में जमा करने के लिए प्रशासन को मजदूरों की मदद लेनी पड़ी। इस कार्रवाई के दौरान पुलिस की टीमें भी मौजूद रहीं और पुलिस ने भी पूरी डिटेल हासिल की है ताकि कार्रवाई की जा सके। इस मामले में बरामद किए गए 82 बोरियों में कितना कैश है, यह जांच होगी और इसकी जानकारी आयकर विभाग को भी दी जाएगी। इस मामले में गहनता से जांच पड़ताल होगी। SDM ऊना विश्व माेहन चौहान ने कहा कि खुफिया सूचना के आधार पर फ्लाइंग स्क्वायड ने इस गाड़ी को जांच के लिए रोका। पंजाब नंबर का पिकअप ट्राला सिक्कों सहित जब्त किया गया है। जिला कोषागार में यह चिल्लर जमा करवाई गई है। अब ADC की अध्यक्षता में बनी समिति इस बात की जांच करेगी कि आखिर ये सिक्के कहां से लाए गए थे और कहां ले जाए जा रहे थे। इसी के साथ यदि कोई इन सिक्कों पर दावा करेगा तो उसके दस्तावेज भी जांचे जाएंगे। इसके बाद ही आगामी कार्रवाई होगी।