चंबा। जिला चंबा के सात नागरिक अस्पतालों में लाखों रुपये से खरीदीं अल्ट्रासाउंड मशीनें धूल फांक रही हैं। इस वजह से मरीजों को अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए...
सात अस्पतालों लाखों की मशीनें तो लगाईं, नहीं होते अल्ट्रासाउंड
चंबा। जिला चंबा के सात नागरिक अस्पतालों में लाखों रुपये से खरीदीं अल्ट्रासाउंड मशीनें धूल फांक रही हैं। इस वजह से मरीजों को अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए भटकना पड़ रहा है।
नागरिक अस्पताल में जाने पर उनके अल्ट्रासाउंड नहीं किए जाते हैं। मरीजों को यह कहकर टाल दिया जाता है कि अल्ट्रासाउंड करने वाला रेडियोलॉजिस्ट अस्पताल में तैनात नहीं है। नागरिक अस्पताल किलाड़, किहार, सलूणी, भरमौर, तीसा और डलहौजी में भले ही सरकार ने लाखों रुपये की लागत से अल्ट्रासाउंड मशीनें खरीद कर स्थापित करवा दी हैं, लेकिन इन्हें चलाने के लिए रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती नहीं की गई है
भरमौर के मरीजों को अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए 60 किलोमीटर दूर चंबा जाना पड़ता है। डलहौजी, सलूणी, तीसा और किहार के मरीजों को अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए इतनी लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। सबसे ज्यादा परेशानी गर्भवती महिलाओं को होती है। गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान वाहनों में लंबा सफर करने से परहेज करने की सलाह विशेषज्ञ देते हैं। अल्ट्रासाउंड सुविधा नहीं मिलने से उन्हें मजबूरन लंबा सफर करना पड़ता है।
लोगों में हंसराज, केवल कुमार, चैन सिंह, रवि कुमार, देसराज, अशोक कुमार, प्यार सिंह और चतर सिंह ने बताया कि नागरिक अस्पतालों में मरीजों को जो स्वास्थ्य सेवाएं मिलनी चाहिए, वे उन्हें नहीं मिल रही हैं। इसको लेकर सरकार और विभाग को उचित कदम उठाने की जरूरत है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि जिन अस्पतालों में अल्ट्रासाउंड की मशीनें लगाई गई हैं, वहां रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती भी करवाई जाए।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर कपिल शर्मा ने बताया कि नागरिक अस्पतालों में रेडियोलॉजिस्ट की कमी के बारे में सरकार को अवगत करवाया जा चुका है। जल्द सरकार अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती कर सकती है।