इस परीक्षा को लेने के लिए शिक्षा विभाग ने स्कूल शिक्षा बोर्ड को ही चुना राज्य के सरकारी स्कूलों में स्कूल प्रबंधन समितियां के माध्यम से रखे गए एसएम...
SMC अध्यापकों को रेगुलर होने के लिए परीक्षा पास करना जरूरी, शिक्षा बोर्ड लेगा एग्जाम
इस परीक्षा को लेने के लिए शिक्षा विभाग ने स्कूल शिक्षा बोर्ड को ही चुना
राज्य के सरकारी स्कूलों में स्कूल प्रबंधन समितियां के माध्यम से रखे गए एसएमसी टीचर्स को रेगुलर होने के लिए एग्जाम देना होगा। हिमाचल सरकार की ओर से दिए गए एलडीआर कोटा के लिए स्कूल प्रबंधन समितियों के माध्यम से रखे गए शिक्षकों के एग्जाम की तैयारी शुरू हो गई है। इस एग्जाम को लेने के लिए शिक्षा विभाग ने स्कूल शिक्षा बोर्ड को चुना है। शिक्षा विभाग की ओर से स्कूल शिक्षा बोर्ड को एक पत्र लिखा गया है कि एलडीआर का एग्जाम संबंधित पोस्ट की डायरेक्ट रिक्रूटमेंट के सिलेबस के आधार पर होगा। इसलिए इस परीक्षा को लेने के लिए स्कूल शिक्षा बोर्ड संभावित खर्च और समय के बारे में तीन दिन के भीतर जानकारी दे। एग्जाम फीस के बारे में इसलिए जानकारी मांगी गई है, ताकि यह शिक्षकों से चार्ज करनी है या सरकार ने देनी है, इस पर अभी फैसला होना है।
SMC के पांच फ़ीसदी कोटे को बैचवाइज भर्ती से काटा जाएगा
सामान्य तौर पर इस तरह की भर्ती राज्य चयन आयोग से भी करवाई जा सकती थी, लेकिन राज्य सरकार के पास भर्ती एजेंसी तय करने का अधिकार है। दूसरी तरफ, राज्य चयन आयोग हमीरपुर अभी पूरी तरह से फंक्शनल भी नहीं हो पाया है। वर्तमान में एसएमसी के तहत पीजीटी में 761, डीपीई में 102, टीजीटी में 521, क्लासिकल एंड वर्नाकुलर में 922 और जेबीटी में 95 शिक्षक काम कर रहे हैं। इन्हें एलडीआर कोटा देने के लिए संबंधित शिक्षक पदों के भर्ती नियमों को अलग से बदला जा रहा है। सभी पांच टीचर कैडर के भर्ती एवं पदोन्नति नियम कार्मिक विभाग और वित्त विभाग बीच में घूम रहे हैं। भर्ती नियमों की प्रक्रिया पूरी होते ही एलडीआर कोटे के लिए एग्जाम होगा। पांच फ़ीसदी यह कोटा इन्हें मिलेगा, जिसे बैचवाइज भर्ती से काटा जाएगा।