सुबाथू डिग्री कॉलेज को डिनोटिफाई करने के हिमाचल प्रदेश सरकार के फैसले का विरोध शुरू हो गया है। शुक्रवार को अखिल भारतीय विद्याथी परिषद समेत छात्र संगठन...
सुबाथू डिग्री कॉलेज को डिनोटिफाई करने पर भड़के छात्र, आंदोलन की धमकी
सुबाथू डिग्री कॉलेज को डिनोटिफाई करने के हिमाचल प्रदेश सरकार के फैसले का विरोध शुरू हो गया है। शुक्रवार को अखिल भारतीय विद्याथी परिषद समेत छात्र संगठनों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। छात्रों की मांग है कि कॉलेज को दोबारा नोटिफाई किया जाए।
राज्य की पिछली जयराम सरकार ने 14 अक्टूबर 2022 को गोस्वामी गणेशदत्त सनातन धर्म कॉलेज सुबाथू का सरकारीकरण कर उसे गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज सुबाथू कर दिया था। सुक्खू सरकार ने सरकारी अधिग्रहण वाली नोटिफिकेशन को तीन दिन पहले कैबिनेट के फैसले के बाद वापस ले लिया है। अब यह कॉलेज अब फिर से निजी क्षेत्र में चला गया है और यदि यह संस्था इसे नहीं चलाना चाहेगी, तो फिर यह बंद हो जाएगा।
स्टूडेंट्स के भविष्य का सवाल
एबीवीपी के सोलन जिला संयोजक रोहित नेगटा ने बताया कि कॉलेज बंद होने से कई बच्चों का भविष्य खराब हो जाएगा। हर स्टूडेंट आर्थिक रूप से इतना सक्षम नहीं है कि वह प्राइवेट कॉलेज में पढ़ाई कर सके या पढ़ने के लिए दूर जा सके। एबीवीपी ने सरकार को मांगें मानने का अल्टीमेटम दिया है। छात्र संगठनों का कहना है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।