हमेशा सुर्खियों में रहने वाले मेडिकल कॉलेज चंबा ने एक और कारनामा कर दिखाया है। यहां मरीजों को उपचार मिले या न मिले पर शौचालयों में टूटे नलों पर पट्टिय...
सिस्टम ने आंखों पर, चम्बा मेडिकल कॉलेज ने टूटे नलाें पर बांध दी पट्टी
हमेशा सुर्खियों में रहने वाले मेडिकल कॉलेज चंबा ने एक और कारनामा कर दिखाया है। यहां मरीजों को उपचार मिले या न मिले पर शौचालयों में टूटे नलों पर पट्टियां बांधकर नलों का पक्का इलाज कर दिया गया है। पानी रिसने से अब यहां फिसलन बढ़ गई है। इलाज कराने के लिए आए मरीज फिसलकर चोटिल हो सकते हैं। मेडिकल कॉलेज प्रशासन को इस पर तुरंत काम करने की आवश्यकता है ताकि कोई अनहोनी न हो। दरअसल, मेडिकल कॉलेज की दूसरी और तीसरी मंजिल के शौचालयों में पानी के नलों की टोंटियां टूट चुकी हैं। कॉलेज प्रबंधन ने भी मरम्मत करवाने के बजाय इनकी मरहम-पट्टी कर दी। अस्पताल में मिलने वाली पट्टियों से बांधे गए नलों से व्यर्थ बह रहे पानी के कारण शौचालय में फिसलन हो गई है। विधानसभा क्षेत्र चंबा, चुराह, भटियात, भरमौर-पांगी और डलहौजी के बाशिंदे उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज चम्बा पर ही निर्भर हैं। यहां आने वाले मरीजों को कभी दवाइयों तो कभी टेस्ट या ग्लूकोज लेने के लिए बाहर जेब ढीली करनी पड़ती है।
स्थानीय अंकित कुमार, रंजना देवी, सुरेश कुमार, अजय ठाकुर, भीम सेन, सुनील कुमार और दिनेश कुमार ने बताया कि मेडिकल कॉलेज पर जिले की साढ़े छह लाख की आबादी निर्भर है। मेडिकल कॉलेज की दूसरी और तीसरी मंजिल में शौचालयों की हालत काफी दयनीय है। वहीं मेडिकल कॉलेज चंबा के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. देवेंद्र कुमार ने बताया कि मामला ध्यान में लाया गया है। जल्द ही टूटे नलों के स्थान पर नए नल लगवा दिए जाएंगे। दयनीय शौचालयों में नियमित सफाई के लिए भी ठेकेदार को निर्देश जारी किए जाएंगे।