स्वास्थ्य विभाग की टीम एक हजार की आबादी वाली पंचायत में टीबी के संभावित लक्षणों वाले लोगों की पहचान करेगी। पंचायत में 30 लोगों के बलगम के सैंपल लेकर ज...
टीबी मुक्त पंचायत को इनाम में मिलेगी तांबे की राष्ट्रपिता गांधी की प्रतिमा
स्वास्थ्य विभाग की टीम एक हजार की आबादी वाली पंचायत में टीबी के संभावित लक्षणों वाले लोगों की पहचान करेगी। पंचायत में 30 लोगों के बलगम के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जाएंगे।
चम्बा जिले की 309 पंचायतों में टीबी मुक्त पंचायत अभियान चलाया गया है। अभियान में जो पंचायत टीबी मुक्त घोषित होगी, उसे सरकार की तरफ से तांबे की राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा दी जाएगी। दिसंबर तक पंचायतों में यह अभियान चलाया जाएगा। जनवरी में स्वास्थ्य विभाग पंचायतों का चयन करेगा। पंचायत को टीबी मुक्त बनाने के अभियान को सफल बनाने के लिए पंचायत स्तर पर एक समिति का गठन किया जाएगा। यह समिति पंचायत में टीबी के संभावित लक्षणों से ग्रस्त लोगों की पहचान कर उनके सैंपल लेने की व्यवस्था करेगी। इस समिति में पंचायत प्रधान को चेयरमैन बनाया जाएगा। साथ ही संबंधित पीएचसी के चिकित्सक को सदस्य सचिव, आशा वर्कर और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को समिति में शामिल किया जाएगा। पंचायतों में यह अभियान शुरू भी हो चुका है।
एक पंचायत में इस अभियान के दौरान यदि एक से ज्यादा टीबी के मरीज सामने आते हैं तो वह पंचायत टीबी मुक्त घोषित नहीं की जाएगी। टीबी मुक्त पंचायत की श्रेणी के लिए पंचायत में एक टीबी मरीज निकलना चाहिए। इस अभियान से जहां पंचायत में टीबी संभावित लोगों की पहचान होगी, वहीं उन लोगों के बलगम का सैंपल लेकर टीबी रोग की जांच भी होगी। इससे पंचायत स्तर पर छुपे हुए टीबी मरीजों की आसानी से पहचान हो पाएगी। जिला चंबा की पंचायतें यदि टीबी मुक्त हो जाएंगी तो जिला खुद बखुद ही टीबी मुक्त हो जाएगा। टीबी मुक्त हिमाचल अभियान को सफल बनाने के उद्देश्य के चलते स्वास्थ्य विभाग ने प्रशासन के साथ मिलकर यह अभियान शुरू किया है। इस अभियान के परिणाम दिसंबर और जनवरी माह में देखने को मिलेंगे।
स्वास्थ्य विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. हरित पुरी ने बताया कि जिले की 309 पंचायतों में टीबी मुक्त अभियान चलाया गया है। इसमें 1000 की आबादी वाली पंचायत में 30 टीबी संभावित लक्षणों वाले लोगों के सैंपल लिए जाएंगे। पंचायत को टीबी मुक्त करने के लिए पांच बिंदु निर्धारित किए गए हैं।