सुख सरकार के राहत पैकेज के इंतजार में पथरा गई खोलानाल के आपदा प्रभावित लोगों की आंखें

प्रदेश सरकार का आपदा राहत पैकेज सराज विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले दुर्गम गांव खोलानाल के लोगों तक नहीं पहुंच पाया है। इस गांव के प्रभावित आज भी सर...

सुख सरकार के राहत पैकेज के इंतजार में पथरा गई खोलानाल के आपदा प्रभावित लोगों की आंखें

सुख सरकार के राहत पैकेज के इंतजार में पथरा गई खोलानाल के आपदा प्रभावित लोगों की आंखें

प्रदेश सरकार का आपदा राहत पैकेज सराज विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले दुर्गम गांव खोलानाल के लोगों तक नहीं पहुंच पाया है। इस गांव के प्रभावित आज भी सरकार के विशेष राहत पैकेज का इंतजार कर रहे हैं। अगस्त 2023 में भारी बारिश के दौरान खोलानाल गांव में बादल फटने की घटना से भीषण तबाही हुई थी जिसका खौफनाक मंजर आज भी गांव में प्रत्यक्ष रूप से देखने को मिलता है। इस दुर्गम गांव के कई परिवार घर से बेघर हो गए और अपना सब कुछ खो दिया। तन पर पहने कपड़ों के सिवाय और कुछ भी शेष नहीं बचा था।

इस भयंकर आपदा में कई लोग हो चुके हैं बेघर, बाढ़ में बह गया है सब कुछ

प्रभावित सूरजमणी ने बताया कि उसका नया मकान इस आपदा में पूरी तरह से नष्ट हो गया। उसका करीब 70 लाख का नुकसान हुआ है लेकिन उसे अभी तक फौरी राहत भी नहीं प्राप्त हुई है। प्रभावित शेष राम और प्रभावित सीता राम के बेटे खेम सिंह ने बताया कि आपदा के दौरान प्रशासन द्वारा उनकी मदद की गई और उन्हें रेस्क्यू (Rescue) करके सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। उसके बाद फौरी राहत भी दी गई लेकिन बाद में सरकार की तरफ से कोई मदद नहीं मिल पाई है। सरकार ने 4500 करोड़ का जो राहत पैकेज जारी किया है और उसके तहत 3-3 लाख की पहली किश्त जो जारी की गई है वो अभी इन प्रभावितों तक नहीं पहुंच पाई है। इन्होंने सरकार से गुहार लगाई है कि जिन लोगों के पास घर बनाने के लिए जमीन नहीं बची है उन्हें जमीन उपलब्ध करवाकर मुआवजा राशि जल्द से जल्द जारी की जाए ताकि वे अपने घरौंदे फिर से बसा सकें।

एसडीएम बोले वैरिफिकेशन के साथ साथ चरणबद्ध ढंग से दिया जा रहा है मुआवजा

वहीं, जब इस बारे में एसडीएम बालीचौकी मोहन शर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि बालीचौकी उपमंडल के तहत आने वाले सभी प्रभावितों की वेरिफिकेशन का कार्य चला हुआ है। वैरिफिकेशन का कार्य इसलिए किया जा रहा है ताकि किसी अपात्र को अनुचित लाभ न मिले और पात्र इससे वंचित न रह जाए। बहुत से प्रभावितों को राहत राशि बांटी जा चुकी है जबकि शेष बचे हुए प्रभावितों को चरणबद्ध ढंग से यह राहत राशि बांटी जा रही है।