जनजातीय उपमंडल पांगी की ग्राम पंचायत शौर में मंगलवार दोपहर बाद पेश आए भयंकर अग्निकांड में तीन परिवारों की उम्र भर की कमाई पल में राख हो गई। हाल यह है...
भीषण अग्निकांड ने दिए कभी न भूलने वाले जख्म, बर्फ से कैसे निपटेंगे पीडि़त परिवार
जनजातीय उपमंडल पांगी की ग्राम पंचायत शौर में मंगलवार दोपहर बाद पेश आए भयंकर अग्निकांड में तीन परिवारों की उम्र भर की कमाई पल में राख हो गई। हाल यह है कि सर्दियों के सीजन में तीन परिवार अब खुले आसमान के नीचे आ गए हैं। वहीं, दिक्कत यह है कि ये परिवार अब अपनी गुजर-बसर कैसे करेंगे, क्योंकि अब बड़ी जल्द हिमाचल का मौसम बदलने वाला है और सफेद बर्फ के फाहे इन परिवारों के लिए मुसीबत का पहाड़ बनेंगे।
बता दें कि मंगलवार दोपहर बाद भडक़ी हल्की सी चिंगारी इतनी खतरनाक हो गई कि उसने देखते ही देखते चार दोमंजिला मकान राख के ढेर में बदल दिए। अग्निकांड में तीन परिवार प्रभावित हुए हैं। प्रभावितों में दो सगे भाई भी शामिल हैं। इस घटना में प्रभावित परिवारों की जिंदगी भर की जमा- पंूजी आग में जलकर राख हो गई। आरंभिक तौर पर आग की इस घटना में चालीस से पचास लाख रूपए के नुकसान का अनुमान है। हालांकि आग लगने की वजह बिजली का शार्ट सर्किट माना जा रहा है, पर अभी स्थिति पूरी तरह से साफ नहीं है। उपमंडलीय प्रशासन की ओर से तहसीलदार शांता कुमार ने घटनास्थल पर पहुंचकर हालात का जायजा लेने के साथ ही पटवारी को नुकसान की रपट तैयार करने के आदेश दिए हैं, ताकि पीडि़त परिवारों को मुआवजा दिया जा सके।
उन्होंने प्रभावितों को दस- दस हजार रूपए की फौरी राहत के अलावा राशन व सामग्री भी उपलब्ध करवा दी है। जानकारी के अनुसार मंगलवार दोपहर बाद करीब तीन बजे शौर गांव के लुद्र सिंह के पुराने मकान के ऊपरी हिस्से में अचानक आग की लपटें उठती देख मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। उन्होंने मकान में भडक़ी आग पर काबू पाने के लिए राहत व बचाव कार्य आरंभ कर दिए। मगर आग ने भयंकर रूप धारण करते हुए लुद्र सिंह के दूसरे मकान सहित योगराज व केहर सिंह के मकानों को भी चपेट में ले लिया और देखते ही देखते सभी दोमंजिला मकान अंदर रखे सामान सहित जलकर राख हो गए।…(एचडीएम)
शौर गांव में चार दोमंजिला मकान आग की भेंट चढ़ गए हैं। प्रशासन की तरफ से प्रभावितों को फौरी राहत के अलावा राशन व अन्य सामग्री उपलब्ध करवा दी गई है।