सत्संग के समापन पर विशाल भंडारे का आयोजन किया गया निरंकारी सत्संग भवन मुगला में महात्मा अरुण महाजन की अध्यक्षता में सत्संग का आयोजन किया गया। इसका...
चम्बा के सत्संग भवन मुगला में बही ज्ञान की धारा
सत्संग के समापन पर विशाल भंडारे का आयोजन किया गया
निरंकारी सत्संग भवन मुगला में महात्मा अरुण महाजन की अध्यक्षता में सत्संग का आयोजन किया गया। इसका शुभारंभ आरती वंदना से किया गया। दूरदराज के गांवों और कस्बों से आए सैकड़ों श्रद्धालुओं ने इसमें उपस्थिति दर्ज करवाई। अरुण महाजन ने कहा कि वस्तु, व्यक्ति अथवा पदार्थ का अस्तित्व क्षणभंगुर है, नाशवान है। परमपिता परमात्मा के अस्तित्व के बारे में बहुत कुछ कहा जा सकता है, लेकिन इसके अस्तित्व के विरुद्ध कुछ नहीं कहा जा सकता। यह क्रम हमेशा चलता रहा है और चलता रहेगा। इस बात की सही समझ ज्ञान, चेतना या प्रज्ञा के जागृत होने पर ही होती है तभी परमपिता परमेश्वर के मंगलमय विधान का बोध होता है। सत्संग के समापन पर विशाल भंडारे का आयोजन किया गया।