सत्र के दूसरे दिन भी नोंकझोंक जारी रही। विधायकों के स्टोन क्रशर पर हंगामा हुआ, जिसके बारे में बहस हुई। इसके अलावा, राष्ट्रीय आपदा पर भी विस्तृत विचारविमर्श हुआ।

मानसून सत्र के दूसरे दिन आपदा पर राष्ट्रीय आपदा की पैरवी पर सदन का पारा अधिक ऊंचाई पर रहा। सदन दो बार हंगामा हुआ और दोनों पक्षों ने नारेबाजी भी की। सब...

सत्र के दूसरे दिन भी नोंकझोंक जारी रही। विधायकों के स्टोन क्रशर पर हंगामा हुआ, जिसके बारे में बहस हुई। इसके अलावा, राष्ट्रीय आपदा पर भी विस्तृत विचारविमर्श हुआ।

सत्र के दूसरे दिन भी नोंकझोंक जारी रही। विधायकों के स्टोन क्रशर पर हंगामा हुआ, जिसके बारे में बहस हुई। इसके अलावा, राष्ट्रीय आपदा पर भी विस्तृत विचारविमर्श हुआ।

मानसून सत्र के दूसरे दिन आपदा पर राष्ट्रीय आपदा की पैरवी पर सदन का पारा अधिक ऊंचाई पर रहा। सदन दो बार हंगामा हुआ और दोनों पक्षों ने नारेबाजी भी की। सबसे पहले सदन में चर्चा के बीच निर्दलीय विधायक होशियार सिंग जब अपनी बात रख रहे थे, तो उन्होंने स्टोन क्रशर का जिक्र छेड़ दिया। बात बढ़ी तो मुख्यमंत्री को जबाव देने के लिए आगे आना पड़ा। दरअसल, विधायक होशियार सिंग ने सदन में विधायकों के पास स्टोन क्रशर होने की बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि कौन से 21 विधायक हैं, उनकी लिस्ट सामने रखें। सदन में सनसनी फैलाने का प्रयास न करें।

तथ्य नहीं हैं, तो बोलना नहीं चाहिए। उन्होंने अध्यक्ष से स्टोन क्रशर की टिप्पणी को कार्यवाही से हटाने की भी बात कही। हालांकि कुलदीप पठानिया ने इसे जारी रखने का फैसला किया। विधायक होशियार सिंग ने कहा कि स्टोन क्रशर बंद करने के फैसले से पहले तकनीकी समिति का गठन करना चाहिए और इस समिति की राय पर कार्रवाई की जानी चाहिए या सरकारी स्टोन क्रशर खोले जाएं। (एचडीएम)

रेस्क्यू ऑपरेशन में नहीं हुई देरी

उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने में कोई देरी नहीं हुई है। स्टोन क्रशर संचालक ने लोगों के फंसे होने की सूचना नहीं दी। इस वजह से रेस्क्यू आपरेशन शुरू करने में देरी हुई। उन्होंने कहा कि डैम के पानी छोडऩे के बाद राज्य सरकार ने तत्काल आपरेशन लांच किया था।

मंत्रियों के बाहर होने पर भड़के जयराम

मानसून सत्र के आखिरी चरण में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने एक बार फिर लय में नजर आए। उन्होंने सत्ता पक्ष के मंत्रियों के सदन से बाहर जाने पर सवाल उठाए। जयराम ठाकुर ने कहा कि बेहद संवेदनशील विषय पर चर्चा हो रही है और सत्ता पक्ष इस चर्चा में हिस्सा लेने की जगह सदन से बाहर जा रहे हैं। इस पर विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने संज्ञान लेते हुए कृषि मंत्री चंद्र कुमार को सदन में बुलाया। इस दौरान संसदीय कार्यमंत्री हर्षवर्धन चौहान पहले से मौजूद थे।

विपक्ष कर रहा लोकतंत्र की हत्या

सदन में चर्चा के दौरान जब विपक्ष ने हंगामा किया, तो जबाव में राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि विपक्ष के साथी लोकतंत्र की हत्या का प्रयास कर रहे हैं। बोलने का मौका नहीं दिया जा रहा है। बार-बार हस्तक्षेप कर वक्ताओं का ध्यान हटाने की कोशिश की जा रही है।

झूठ बोलकर सत्ता में आए, आप महाठग हो

नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि झूठ बोलकर सत्ता में आए और अब सरकार चलाना चाह रहे हैं। सदन को गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके बाद सदन में हंगामा हो गया और विपक्ष ने सत्ता पक्ष में जमकर नारेबाजी शुरू कर दी। उन्होंने कहा कि जो सुंदर सिंह ठाकुर आंकड़े पेश कर रहे हैं उसमें विपक्ष को शंका है। दस गारंटियां दी हैं लेकिन उन्हें पूरा नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष महाठग हैं।

सदन का समय बढ़ाया

मानसून सत्र में मंगलवार को तीन बार समय को बढ़ाया गया। सुबह 11 बजे से शाम पांच बजे तक कार्यवाही चलती रही। इसके बाद सदस्यों की सहमति से कार्यवाही को छह बजे तक बढ़ाया गया। इसके बाद सात और आखिर में साढ़े सात बजे तक कार्यवाही चलती रही।

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