भुंतर हवाई अड्डे के विस्तार का रास्ता साफ, फोरैस्ट क्लीयरैंस मिली

कुल्लू घाटी की सुरम्य वादियों के प्रवेश द्वार के रूप में महत्वपूर्ण इस हवाई पट्टी के विस्तार का मार्ग प्रशस्त हुआ भुंतर हवाई अड्डे के विस्तार का रा...

भुंतर हवाई अड्डे के विस्तार का रास्ता साफ, फोरैस्ट क्लीयरैंस मिली

भुंतर हवाई अड्डे के विस्तार का रास्ता साफ, फोरैस्ट क्लीयरैंस मिली

कुल्लू घाटी की सुरम्य वादियों के प्रवेश द्वार के रूप में महत्वपूर्ण इस हवाई पट्टी के विस्तार का मार्ग प्रशस्त हुआ

भुंतर हवाई अड्डे के विस्तार का रास्ता साफ हो गया है। इसके लिए फोरैस्ट क्लीयरैंस मिल गई है। अब आगामी दिनों में अन्य शेष औपचारिकताओं को पूरा करते हुए इस हवाई अड्डे के विस्तार का कार्य शुरू किया जाएगा। बीते कुछ समय से इसके लिए फोरैस्ट क्लीयरैंस का इंतजार किया जा रहा था। अब जब यह क्लीयरैंस मिल गई है तो अब जल्द भुंतर हवाई अड्डे के विस्तार के लिए वन संरक्षण अधिनियम के तहत आवश्यक स्वीकृतियां सुनिश्चित करते हुए अब हवाई अड्डे के विस्तारीकरण का कार्य शुरू होगा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को यहां कहा कि भुंतर हवाई अड्डे के विस्तार के लिए वन स्वीकृति मिल गई है। इससे कुल्लू घाटी की सुरम्य वादियों के प्रवेश द्वार के रूप में महत्वपूर्ण इस हवाई पट्टी के विस्तार का मार्ग प्रशस्त हुआ है। उन्होंने कहा कि इससे अब जल्द हवाई अड्डे के विस्तारीकरण का कार्य आरंभ हो सकेगा। उन्होंने कहा कि कुल्लू घाटी में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने में भुंतर हवाई अड्डे की महत्वपूर्ण भूमिका है।

राज्य सरकार पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए हर संभव कदम उठा रही है

यहां तक हवाई सेवाओं के माध्यम से बड़ी संख्या में पर्यटक कुल्लू तथा लाहौल घाटी की सुंदर वादियों में आसानी से पहुंचते हैं। उन्होंने कहा कि अमृतसर से कुल्लू के लिए अब सीधी उड़ानें शुरू की गई हैं और ऐसे में देश-विदेश के यात्रियों को इस हवाई अड्डे के विस्तार से लाभ होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार दृढ़संकल्प है और 50 करोड़ रुपए की बढ़ौतरी के साथ वर्तमान सरकार ने पर्यटन के क्षेत्र के लिए 3,000 करोड़ रुपए का बजट आबंटित किया है। उन्होंने कहा कि बागवानी और जलविद्युत के उपरांत पर्यटन क्षेत्र हिमाचल की आर्थिकी की रीढ़ है और इस प्रमुख क्षेत्र से हजारों परिवार जुड़े हुए हैं। यही कारण है कि राज्य सरकार पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए हर संभव कदम उठा रही है। इसके तहत आधारभूत ढांचे को मजबूत करते हुए प्रदेश में पर्यटकों के भ्रमण व ठहराव को यादगार बनाने के लिए उन्हें उत्कृष्ट सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने हिमाचल में प्रति वर्ष 5 करोड़ पर्यटकों को आकर्षित करने का लक्ष्य रखा है। इस दिशा में प्रदेश सरकार द्वारा प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं।